मेरा लाख टके का झुनझना, खाटू ते ल्याई मोल, झना झन बाजे झुनझना।
इसमें तीन घुंगरू जड रहे।इसमें सिया लक्षमण राम,झना झन बाजे झुनझना।🌺🌺🌺🌺🌺मेरा लाख टके का झुनझना, खाटू ते ल्याई मोल, झना झन बाजे झुनझना।
इसकी छड़ का कोई मोल ना।इसमें बैठे हैं हनुमान। झना झन बाजे झुनझना।🌺🌺🌺🌺मेरा लाख टके का झुनझना, खाटू ते ल्याई मोल, झना झन बाजे झुनझना।
इसमें मोती यह जो बाजते।बोले सुर सात तमाम।झना झन बाजे झुनझना।🌺🌺🌺🌺मेरा लाख टके का झुनझना, खाटू ते ल्याई मोल, झना झन बाजे झुनझना।
यो श्यामसुंदर मन भा गया। गाता रहूं उम्र तमाम। झना झन बाजे झुनझना।🌺🌺🌺🌺मेरा लाख टके का झुनझना, खाटू ते ल्याई मोल, झना झन बाजे झुनझना।
जिसने भी बजाया यह झुनझना। उसने मिल गए बाबा श्याम। झना झन बाजे झुनझना।झना झन बाजे झुनझना।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺मेरा लाख टके का झुनझना, खाटू ते ल्याई मोल, झना झन बाजे झुनझना।