जब तक हो दादी जीवन मेरा,
छूटे कभी ना ये आंगन तेरा।
Tag: Dadiji ya vinti mhari
हरि मैं तो लाख यतन कर हारी।
दादी को नाम,
काम तेरो बण जासी,
मेरी सुन विनती बजरंगी संकट मोचन तेरा नाम है।
मेरी विनती यही है राधा रानी, कृपा बरसाए रखना।
करस्यां सिंधारा थारा मावड़ी
सिर पे मां सोहे चुनरिया लाल, हाथों की मेहंदी लगती कमाल।
दादीजी या विनती म्हारी,सुनियो ध्यान लगाकर जी
थांसु विनती करा हां बारंबार,सुनो जी सरकार
मेरी विनती सुनो हनुमान, धरूं में ध्यान, पवन का प्यारा