तर्ज,म्हारे सिरपर है बाबाजी को हाथ
थांसु विनती करा हां बारंबार,सुनो जी सरकार, खाटू का राजा मेहर करो।
था बिन नाथ अनाथ की जी, कुन राखेलो टेक। महा सा थांक मोकला जी,थासो तो म्हारे थे ही एक।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹खाटू का राजा मेहर करो।
जानूं हूं दरबार में थारे, घणी लगी है भीड़।थारे बिन किस विध मिटेगी, भोले भगतां की या पीड।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹खाटू का राजा मेहर करो।
ज्यों ज्यों बीते टेम हीये को, छुटयो जावे धीर।उलझ्यों आवे काल्जो जी, नैना सु टप टपके नीर।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹खाटू का राजा मेहर करो।
साथी म्हारे जीव का थे, थांसू छानी ना।जान बूझकर मत तरसाओ, हिवड़े से लेंओ लिपटाय।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹खाटू का राजा मेहर करो।
द्रुपद सुता की लज्जा राखी,गज को काटयो फंद।सुनकर टेर देर मत कीज्यों,श्याम बिहारी व्रजचंद।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹खाटू का राजा मेहर करो।