सिया राम जी का डंका लंका में,
बजवा दिया बजरंग बाला ने।
Tag: bajrang bala
लाल लंगोटा हाथ में सोटा,
चले पवन की चाल,
मेरा बजरंगबली।।
झीनी झीनी उड़े रे गुलाल बालाजी तेरे मंदिर में।
बजरंगी की पूजा होती,
मंगल और शनिवार,
रमता पधारो म्हारे आंगणे ,
मारा बजरंग बाला।
तुझे छोड़कर हे बजरंगी कहां में शीश झुकाऊं।
मेरे बालाजी महाराज बना दो बिगड़ी मेरी। माता अंजनी के लाल बना दो बिगड़ी मेरी।
तेरे रंग में रंगा हर जमाना मिले,
मैं जहा भी रहु बरसाना मिले।
जय बजरंगी राम के संगी,
दीनन पर उपकार करो।
बाला सा थाने कुण सजाया जी,
म्हारे मनड़ो हर लीनो,
थारी सूरत मतवारी,
You must be logged in to post a comment.