Categories
रानीसती दादी भजन लीरिक्स

Sir pe ma sohe chunariya lal, सिर पे मां सोहे चुनरिया लाल,dadi bhajan

सिर पे मां सोहे चुनरिया लाल, हाथों की मेहंदी लगती कमाल।

तर्ज,आने से उसके आए बहार

सिर पे मां सोहे चुनरिया लाल, हाथों की मेहंदी लगती कमाल। जादूगरी लागे हैं, दादी झांकी तेरी। प्यारी प्यारी लागे है, दादी झांकी तेरी।

लाल रंग का चूड़ा, मां के हाथों की शोभा बढ़ाएं। पांव में पैजनिया, दादी होले से घुंघरू बजाए।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 बिंदिया का, क्या कहना, मंनहारी लागे है दादी झांकी तेरी।प्यारी प्यारी लागे है, दादी झांकी तेरी

सिर पे मां सोहे चुनरिया लाल, हाथों की मेहंदी लगती कमाल। जादूगरी लागे हैं, दादी झांकी तेरी। प्यारी प्यारी लागे है, दादी झांकी तेरी।

बन सांवर के देखो, आज कीर्तन में मैया पधारी। मां की कृपा देखो, आज उमड़ी है दुनिया सारी। 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺गूंज रहे, जय कारे, मतवारी लागे है दादी झांकी तेरीप्यारी प्यारी लागे है, दादी झांकी तेरी।

सिर पे मां सोहे चुनरिया लाल, हाथों की मेहंदी लगती कमाल। जादूगरी लागे हैं, दादी झांकी तेरी। प्यारी प्यारी लागे है, दादी झांकी तेरी।

हो रहा है वंदन, मां के भजनों में खोए हैं सारे। सब मां के हैं बेटे, देखो बैठे हैं सुध बुध बिसारे।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺वश में ना, आज मैया,कामनगारी लागे है, दादी झांकी तेरी। प्यारी प्यारी लागे है, दादी झांकी तेरी।

सिर पे मां सोहे चुनरिया लाल, हाथों की मेहंदी लगती कमाल। जादूगरी लागे हैं, दादी झांकी तेरी। प्यारी प्यारी लागे है, दादी झांकी तेरी।

Leave a comment