चली धरके मटुकिया दही वाली।
Tag: Ek doli chali
म्हारा हरिया वन रा सुवटीया,तने राम मिले तो कहीजे रे।
जिंदगी एक किराए का घर है
बंदा तेरी कौड़ी लगे ना छिदाम,बहुत पुराना भजन
तीन बार भोजन भजन एक बार
एक डोली चली,एक अर्थी चली।
चली धरके मटुकिया दही वाली।
म्हारा हरिया वन रा सुवटीया,तने राम मिले तो कहीजे रे।
जिंदगी एक किराए का घर है
बंदा तेरी कौड़ी लगे ना छिदाम,बहुत पुराना भजन
तीन बार भोजन भजन एक बार
एक डोली चली,एक अर्थी चली।