सुमिरण दुख भंजन का,
चारभुजा धारी गिरजा नंदन का,
Tag: Aao aao Gajanand pyara pyara
चले आओ चले आओ,तुम्हे अपनी सुनानी है
रूस गयो नंदलाल मारी राधा रूस गयो नंदलाल
आव सखी देखा गणपत घूमे है,
लाम्बी है सूँड मतवाला जी,
भूखे है तेरे प्यार के, हमें भी दीदार दे ।
झूला झूले हो गजानंद झुलना,
मै आया हूँ तेरे द्वारे,गणराज गजानन प्यारे
मुरलीधरा मनमोहना, हे नंद नंदना श्री राधेमाधवा।
गौरी के पुत्र गणेश,गणेश हम तुमको शीश नवाते हैं।
प्यारा प्यारा मां तेरा दरबार है। सोना सोना मां तेरा दरबार है।
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