दादी को नाम,
काम तेरो बण जासी,
Tag: Dadiji ka laad milkar sara karanga
तेरे रंग में रंगा हर जमाना मिले,
मैं जहा भी रहु बरसाना मिले।
तेरे रंग में रंग गई सांवरे मैंने छोड़ दिया घर वार
नौकर रख ले सांवरे।
म्हाने चिंता है क्यांकी पड़ी,म्हारे पग पग पे दादी खड़ी।
गल मोत्यां को हार,सिर चुनड़ चमकदार
बोल तने कईयां रिझाऊं मावड़ी।
ओढ़ो ओढ़ो म्हारी माता रानी आज,भगत थारी चुनर ल्याया ये।
खाले डट के रे भोग लगाले डट के।
दादी चुनरी मुलायी,तने भाई की ना भाई
आई सिंह पे सवार मैया ओढ़े चुनरी
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