ओ झुँझन वाली माँ,
क्या खेल रचाया है,
Tag: Dadi jhunjhnu bulaye mera man harsaye
मेरा लाख टके का झुनझुना,
में तो ल्याई कटरा से मोल, झनाझन बाजे झुनझुना,
मेरा लाख टके का झुनझना, खाटू ते ल्याई मोल, झना झन बाजे झुनझना।
जब जब देखु दादी तुमको आता है ये ख्याल क्यों,
मैने मोहन को बुलाया है वो आता होगा,
जब कोई ना हो अपना,बस दादी दादी जपना
मैंने बुलायो नहीं आयो कनवा।
दादी झुंझनू बुलाए मेरा मन हरसाएं, मां सबपर प्यार लुटाए,संदेशा आया है
सरब सुहागन मिल मंदीरिए में आई