आसमान से फूलो की बरसात हो रही
गौरा तेरी शादी भोले से हो रही।
Tag: char phool de de
फूल तुम्हें श्रद्धा के अर्पण हे शिव शंकर त्रिपुरारी।
फूल कमलों से निकले गणेश ललना,
तुम हो गुलाब का फूल सतगुरु मेरे।
चारों धामों में विराजे भगवान,चलो री दर्शन कर आवें।
क्या चढ़ाऊं में भोले पर,फूल नहीं मेरा दिल है
नमो नमो तुलसा महारानी ,
नमो नमो हर जी पटरानी ।
सांवरे तेरा दर जन्नत की डगर, मुझे खाटू बुलाया तेरा शुक्रिया
हम दीवाने द्वार तुम्हारे,आये बाबा श्याम,
शरण तुम ले लो ना,
मुझे सांवरे के दर से कुछ ख़ास मिल गया है।
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