सांवरे तेरा दर जन्नत की डगर, मुझे खाटू बुलाया तेरा शुक्रिया
Tag: कृष्ण स्तुति
अपना दहिया तू उतार, गोरी ना जा जमुना पार
मुश्किल हुआ रे मेरा पनघट पे,जाना।
छोटी सी थारी चटी आँगली जी कईयां,गिरवर ने उठाई,हो कईयां पर्वत ने उठाई
कृष्ण प्रेममयी राधा, राधा प्रेममयी हरि।