खाटू वाले श्याम धणी,
तेरी अजब कहानी है,
Tag: chalo khatu nagariya
काया नगर रे बीच में रे,
लहरिया लम्बा पेड़ खजूर
खाटू वाली गली में माकन होना चाहिये,
दिल मेरा श्याम का गुलाम होना चाहिये,
मेरा लाख टके का झुनझना, खाटू ते ल्याई मोल, झना झन बाजे झुनझना।
कई दिनां सूं डिकता या,फागुन की रुत आई जी।
जहां बिराजे शीश का दानी,मेरा लखदातार।चलो रे खाटू के दरबार।
सँवारे की महफ़िल लगे खाटू में,
ग्यारस पे खाटू में आकर तो देखो,
खाटु में बिराजे म्हारा,
बाबा श्याम जी,
दिल की है तमन्ना श्याम,में हर ग्यारस खाटू आऊं।
खाटू में श्याम विराज रहे,
और सालासर में बजरंगी,
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