हमारी गली कान्हा होके जाना। हमारी सुधि कान्हा लेते जाना।
Tag: Bol kanha bol kaisa kaam ho gaya
कानूड़ा का दिल लूट ले गई गुजरी।
मिठो जग में बोलणो हो रे हँसला फेर मिला ला नाय
कान्हा न चाहिए बैकुंठ जन्म मोहे ब्रज में दियो रे
ऐसा बना दे मुझे श्याम दीवाना।
कान्हा कान्हा कब से पुकारू हर पल तोरी राह को निहारु,
सुन मेरे कान्हा,
ज़रा ये बताना,
खफा हमसे तू क्यूँ हो गया,
बेदर्दी ओ कान्हा कब तक तड़पाओगे।
भव बंधन से मुक्ति हो सब बन जाएंगे काम
बोल कान्हा बोल कैसा काम हो गया
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