कुंण तो बणासी थां बिन बाबा, बिगड़ी म्हारी रे।
Tag: Bigdi banane wali kasht mitane wali duniya me jagdambe ma
अब कैसे होवे जग में जीवणो म्हारी हेली ,
लागा शब्द रा तीर ।
बिगड़ी कौन सुधारें नाथ बिना,
बिगड़ी कौन सुधारे जी,
समय को काट लो भैया किसी बहाने से।
वाह वाह रे दुनियां मतलब की, दुनियां में किसी का कोई नहीं
दुनिया का है दाता वो बाबा श्याम हमारा
ठुमक ठुमक चली आये रही हो,
जगदम्बा हमारी,
अरे कटे री लगाई इतनी देर जगदंबे।अर्जी पे अर्जी में करा जगदंबे मारी माय।
बिगड़ी किस्मत को बनाता भोले भंडारी मेरा,
संगत करो नी निर्मल
साध री म्हारी हेली,
आवागमन मिट जाये,
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