पीकर प्याला ओम नाम का बन मतवाला रे
Tag: aarti om jay jagdish hare
जग घूमेया श्याम जैसा ना कोई,
ठुमक ठुमक चली आये रही हो,
जगदम्बा हमारी,
जय रघुनन्दन जय सियाराम,
हे दुखभंजन तुम्हे प्रणाम।।
मैं ढूंढ चूका जग सारा,
पता ना कहीं तेरा मिला,
म्हारी जगदंबे ने घणा घणा ओलमा सा।
महे तो ढूंढ्यो जग सारो,
थां स्यूं कोई नहीं न्यारो,
हरि ओम हरि ओम बोल रे तोते। हरि के भजन में तू मार ले गोते।
हे गणपति तेरी आरती गाऊं। आरती गाऊं प्यारे आपको मनाऊं
तुम राम कहो या श्याम कहो दोनों ही जग में सुंदर है।
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