तुम राम कहो या श्याम कहो दोनों ही जग में सुंदर है। दोनों में शक्ति एक ही है, दोनों ही तुम्हारे अंदर है।
माखन ब्रज में एक चुराए, एक बैर भीलनी के खाए। प्रेम भाव दोनों में अनुपम, दोनों भक्तों के काम बनाए।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 जिसने जानी इन की महिमा अपनी किस्मत चमका ली है।दोनों में शक्ति एक ही है, दोनों ही तुम्हारे अंदर है।
तुम राम कहो या श्याम कहो दोनों ही जग में सुंदर है। दोनों में शक्ति एक ही है, दोनों ही तुम्हारे अंदर है।
एक दुष्ट रावण को मारे, एक पापी कंस संघारे। दोनों बल में एक मुताबिक, हर ते दुख भक्तों के सारे।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 दोनों ही दिन के रक्षक हैं और दोनों ही बलशाली हैं।दोनों में शक्ति एक ही है, दोनों ही तुम्हारे अंदर है।
तुम राम कहो या श्याम कहो दोनों ही जग में सुंदर है। दोनों में शक्ति एक ही है, दोनों ही तुम्हारे अंदर है।
एक हृदय में प्रेम बढ़ावे एक ताप संताप मिटावे। दोनों ही है सुख के सागर भक्तन पर कृपा बरसावे।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 इनके चरणों की धूलि यह भाग्य बदलने वाली है।दोनों में शक्ति एक ही है, दोनों ही तुम्हारे अंदर है।
तुम राम कहो या श्याम कहो दोनों ही जग में सुंदर है। दोनों में शक्ति एक ही है, दोनों ही तुम्हारे अंदर है।