हर गली में फूल बिछा दो रे, दया सिंधु गणेश जी आएंगे
Tag: aarti ganesh ji ki
ओ भोले के पुत्र गजानन नाम है तुम्हारा,
गोद में गजानन मचल गयो रे चंदा खेलन मांगे कहां से लाऊं रे ।
हे गणपति तेरी आरती गाऊं। आरती गाऊं प्यारे आपको मनाऊं
मेरी भक्ति में रंग भर जाओ,🌺🌺🌺🌺🌺🌺
भर जाओ,आओ जी गजानंद आओ,
गोरा मैया के प्यारे तुम आ जाना। गणपति मेरी बिगड़ी बनाना।
पहले मनाऊं तुम्हारे चरन, गिरिजा के ललन
गं गणपति लंबोदरम,तेरा रूप है अति सुंदरम।
गणपति लाल को खिलाय रही पार्वती।
रुणक झुणक कर आओ, गजानंद प्यारे।
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