कुरमुर कुरमुर पगल्या बाजे,
कौन जिनावर जाय,
Tag: aarti ramdev ji ki
हेलो म्हारो साम्भळो, रूणीचे रा नाथ।
राम कहूँ के रामदे, हीरा कहूं के लाल,
म्हारों सावरियों बनवारी, बण पचरंग पैचाधारी,
भगतां रै कारण, अजमल घर अवतार लियो,
रामदेव म्हारा पालनीये झूले रे,
पत्ते पत्ते डाली डाली,
मेरा राम वसदा,
ओ बाबा बीज ऊजाली,
आप पधारीया,
इन धोरां धरती रे माय,
रूणझुण रूणझुण घुघरू बाजे,
पिछम धरा रे माय,
आतो सुरगां न सरमावे , इ पर देव रमण न आवे
रामाधणी आवो बाबा आवो,
पधारो मारे आंगनीया,
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