ये तन क्या हैं इक पिंजरा है,
इस पिंजरे में एक तोता है।।
Tag: Kaya ka pinjara dole re
पाँच तत्व का बना रे पिंजरा,
जा में बोले मेरी मैना
काया का पिंजरा डोले रे, सांस का पंछी बोले रे।।
हंसा निकल गयो पिंजरे से,खाली पड़ी रही तस्वीर। जब यमदूत लेन को आये,नैक धरे न धीर,मार मार के जान निकले,बहे नैन से नीर।हंसा निकल गयो पिंजरे से,खाली पड़ी रही तस्वीर। हंसा निकल गयो पिंजरे से,खाली पड़ी रही तस्वीर। कोई रोवे कोई मल-मल धोवे,कोई उढावे चीर। चार जने जब मिलकर ले गये,ले गये मरघट तीर। हंसा […]
काया तेरी रेल बना दूंगी तब तेरो पिछो छोडूंगी
मेरी मां का डोला आया।शेरावाली का डोला आया
काया कमल फूल,सेवा मेरी कौन करेगा
सुन सुन रे म्हारी काया ये रंगीली
गुरूजी मेरी काया की बन गई रेल। रेल बड़ी अजब निराली है।
एक डोली चली,एक अर्थी चली।
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