काया कमल फूल,सेवा मेरी कौन करेगा
Tag: ke garv kare is kaya ko
सुन सुन रे म्हारी काया ये रंगीली
गुरूजी मेरी काया की बन गई रेल। रेल बड़ी अजब निराली है।
के गर्व करे इस काया को,या चले न तेरे साथ, भजले श्री श्याम।
काया कमल फूल,सेवा मेरी कौन करेगा
सुन सुन रे म्हारी काया ये रंगीली
गुरूजी मेरी काया की बन गई रेल। रेल बड़ी अजब निराली है।
के गर्व करे इस काया को,या चले न तेरे साथ, भजले श्री श्याम।