काया तेरी रेल बना दूंगी तब तेरो पिछो छोडूंगी
Tag: Kaya kamal ka phool sewa meri kon
सिया राम के मधुर मिलन से, फूल बगिया मुस्काये
सब जीते जी के झगड़े हैं,ये मेरा है,वो तेरा है
तूं करले भजन जवानी में,मत करना वेट बुढ़ापे का।
ना देना दोष किस्मत को, विपद तो सब पे आती है,
काया कमल फूल,सेवा मेरी कौन करेगा
सब देवों ने फूल बरसाए,महाराज गजानन आए।