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निर्गुण भजन nirgun Bhajan

Ek doli chali, एक डोली चली,nirgun bhajan

एक डोली चली,एक अर्थी चली।

एक डोली चली,एक अर्थी चली।२।🌹🌹फर्क दोनों में क्या,ये बता दे सखी।२।

चार तुझ में लगे,चार मुझ में लगे।२।🌹🌹फूल तुझपर चढ़े,फूल मुझपर चढ़े।🌹🌹फर्क दोनों में क्या,ये बता दे सखी।२।

फर्क दोनों में क्या,ये सुन ले सखी।२।🌹🌹तूं पिया को चली, में पिया से चली।२।

एक डोली चली,एक अर्थी चली।२।🌹🌹फर्क दोनों में क्या,ये बता दे सखी।२।

मांग तेरी भरी,मांग मेरी भरी।२।🌹🌹🌹चूड़ी तेरी हरी,चूड़ी मेरी हरी।२।🌹🌹🌹

एक डोली चली,एक अर्थी चली।२।🌹🌹फर्क दोनों में क्या,ये बता दे सखी।२।

फर्क दोनों में क्या,ये सुन ले सखी।२।🌹🌹तुझे देखे पिया, तेरे हंसते हुवे।२।🌹🌹🌹मुझे देखे पिया, मेरे रोते हुवे।२।🌹🌹🌹फर्क दोनों में क्या,ये सुन ले सखी।२।तेरी शादी का जश्न,मेरी बरसी मनी।

एक डोली चली,एक अर्थी चली।२।🌹🌹फर्क दोनों में क्या,ये बता दे सखी।२।

तूं है डोली में बैठी,में हूं अर्थी पे लेटी।२।🌹 तूं घर बसाने चली,में तो श्मशान चली।🌹फर्क दोनों में क्या,ये सुन ले सखी।२।🌹🌹 तूं लकड़ी पे चली, में लकड़ी से जली।

एक डोली चली,एक अर्थी चली।२।🌹🌹फर्क दोनों में क्या,ये बता दे सखी।२।

फर्क दोनों में क्या,ये सुन ले सखी।२।🌹🌹तूं विदा हो चली,में अलविदा हो चली।

एक डोली चली,एक अर्थी चली।२।🌹🌹फर्क दोनों में क्या,ये बता दे सखी।२।

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