सखियों करो सोलह श्रृंगार,हरी हमें लेने आए है।
Tag: Mala ro maniyo bhajan wali dori
पंछीड़ा लाल आछि, पड़ियो रे उलटी पाटी।
भजन करो भरी जवानी में,बुढ़ापा किसने देखा से।
काया तेरी रेल बना दूंगी तब तेरो पिछो छोडूंगी
माला रो मणियो,
भजन वाली डोरी।
सखियों करो सोलह श्रृंगार,हरी हमें लेने आए है।
पंछीड़ा लाल आछि, पड़ियो रे उलटी पाटी।
भजन करो भरी जवानी में,बुढ़ापा किसने देखा से।
काया तेरी रेल बना दूंगी तब तेरो पिछो छोडूंगी
माला रो मणियो,
भजन वाली डोरी।