मेरी बीच भँवर में है,
मेरी नैया कन्हैया पार करो,
Tag: Bade din huwe bichde sakha se
काऊ दिन पाले सुआ उड़ जायेंगे।
कितनी सुहानी आई घड़ी है,
मेरे सखा की लगन चढ़ी है,
तेरी जिंदगी दो दिन की,सह में लुटावे क्यों
बड़े दिन हुवे बिछड़े सखा से,ऐ द्वारपालो मिलने दो।
मेरे बालपने के यार,सुदामा कैसे आए।
आना पवनकुमार हमारे हरी कीर्तन में