बैठी थी घमंड में,में बैठी थी गुमान में।
Tag: Ek daal do panchi baitha
चरणों में बैठे हनुमान ओ राम जी के मंदिर में,
पंछी लेजा तू सन्देश म्हारे श्याम धणी के देस,
पंछी लेजा मेरा संदेश सुनाइए मुरली वाले को।
पंछीड़ा लाल आछि, पड़ियो रे उलटी पाटी।
पंछीड़ा लाल आछी,
पढ़ियो रे उलटी पाटी,
दुःख में मत घबराना पंछी,ये जग दुःख का मेला है।
एक डाल दो पंछी बैठह्या,कोन गुरु कुन चेला