या विध गोविन्द भोग लगायो
भगत बछल हरि नाम कहायो।
Tag: Bin bhag mile na duniya me amrit bhog
वाह वाह रे दुनियां मतलब की, दुनियां में किसी का कोई नहीं
दुनिया का है दाता वो बाबा श्याम हमारा
बाबा जी नैण रसीला, ज्यूँ अमृत का प्याला जी,
दुनिया पैसों की पुजारी,
पूजा करते नर और नारी,
भोले तेरी आई याद कि भोले आ जाना।
कलयुग कठिन पाप रो पैरो,नियम छोड़ेला नर नारी
झूठी दुनिया से हम को बचा ले आजा आजा मेरे खाटू वाले।
प्रभु ने अजब लिखी तकदीर।
बिन भाग मिले ना दुनियाँ में अमृत भोग ।।