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Vishnu Ji ke nakh se nikli, विष्णु जी के नख से निकली,गंगा मां की धार है,ganga ma bhajan

विष्णु जी के नख से निकली,गंगा मां की धार है

विष्णु जी के नख से निकली,गंगा मां की धार है।भागीरथ के पूर्वजों का,करने चली उद्धार है।

भागीरथ ने जब पुकारा,हो प्रसन्न दर्शन दिए।ब्रह्म कमंडल से जो निकली,गंगा मां की धार है।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺विष्णु जी के नख से निकली,गंगा मां की धार है।

विष्णु जी के नख से निकली,गंगा मां की धार है।भागीरथ के पूर्वजों का,करने चली उद्धार है।

खोल दी शिव ने जटाएं,गंगा मां को धारने।शिव जटाओं में समाई,गंगा मां की धार है।विष्णु जी के नख से निकली,गंगा मां की धार है,

विष्णु जी के नख से निकली,गंगा मां की धार है।भागीरथ के पूर्वजों का,करने चली उद्धार है।

डर गए पुरखे सभी जो,भागीरथ के थे बड़े।तरण तारिणी पाप नाशिनि,गंगा मां की धार है।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺विष्णु जी के नख से निकली,गंगा मां की धार है,

विष्णु जी के नख से निकली,गंगा मां की धार है।भागीरथ के पूर्वजों का,करने चली उद्धार है।

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