गणेश चतुर्थी आई,भगतां के मस्ती छाई।२।
गणपति बप्पा मंगलकारी, कर देता भक्तों की चाई।भगतां के मस्ती छाई।२।गणेश चतुर्थी आई,भगतां के मस्ती छाई।
भादौ मास की पावन बेला,गणेश उत्सव बड़ा अलबेला।२।घर घर में मूर्ति सजाई,भगतां के मस्ती छाई।गणेश चतुर्थी आई,भगतां के मस्ती छाई।
नौ दिन होता गणपति पूजन।२।लड्डू है भोग मिठाई,भगतां के मस्ती छाई।गणेश चतुर्थी आई,भगतां के मस्ती छाई।
लाल बाग का गणपती राजा,नौ दिन बजता गाजा बाजा।२।भगतों ने खुशियां मनाई।भगतां के मस्ती छाई।गणेश चतुर्थी आई,भगतां के मस्ती छाई।
जन्मे चतुर्थी को,श्री गणपति।२।गोरा है जननी माई,भगतां के मस्ती छाई।गणेश चतुर्थी आई,भगतां के मस्ती छाई।
सबकी जुबां पर यही नाम है।चारों और ही धूमधाम है।२।सबने ही आश लगाई,भगतां के मस्ती छाई।गणेश चतुर्थी आई,भगतां के मस्ती छाई।
दसवें दिन हो मूर्ति विसर्जन।२।श्रद्धा की जोत जगाई,भगतां के मस्ती छाई।गणेश चतुर्थी आई,भगतां के मस्ती छाई।
पार्वती का नंदन अपना, पुरा सभी का करता सपना।२।बड़ी किरपा है बरसाई।भगतां के मस्ती छाई।गणेश चतुर्थी आई,भगतां के मस्ती छाई।