रमता पधारो म्हारे आंगणे ,
मारा बजरंग बाला।
Tag: dadiji aao padharo
जब तक हो दादी जीवन मेरा,
छूटे कभी ना ये आंगन तेरा।
झुंझनू धाम का कण कण बोले,नारायणी नमो नमः
दादी को नाम,
काम तेरो बण जासी,
आओ ए माजीसा म्हारे,
आंगने पधारो,
पधारो शबरी के मेहमान।
दादी झुंझनू बुलाए मेरा मन हरसाएं, मां सबपर प्यार लुटाए,संदेशा आया है
दादी जी म्हारे घरा पधारी, तन धन जी भी साथ है।
दादी ओढ़ ले टाबरिया थारी चुंदड़ ल्याया ये।
म्हाने चिंता है क्यांकी पड़ी,म्हारे पग पग पे दादी खड़ी।
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