आज कैलाश पर्वत आनंद भयो रे
पारवती के गजानन भयो रे।
Tag: Aaj gora saji dekho bhole ke saath
भोला ख़ुशी में कमाल कर बैठे
वो तो गौरा से प्यार कर बैठे।
बनवा दे भोले सोने की एक अटरिया,
तेरा जादू न चलेगा मेरे भोले
काहे मारे मेरी गलियों के फेरे।
चल भोले के द्वार ठिकाना पाएगा,
मेरा नमन करो स्वीकार, हे भोले हे शिव शंकर त्रिपुरारी।
Bhole baba se milna aasan nahi,thoda kasht uthana padta hai,
सामने आओगे या आज भी पर्दा होगा,
जन जन का कल्याण करे
मेरे शम्भू बाबा
जटा में तेरे गंगा माथे पे तेरे चंदा, बोल भोले बोल दर्शन होगा कि नही।
You must be logged in to post a comment.