नान्दीेये पे हो के सवार,
भोलाजी चले दुल्हा बनके,
Tag: ॐ नमः शिवाय ऊं नमः
शिव रूद्राष्टकम :
हे शिव भोले भंडारी,
मैं आया शरण तिहारी,
आज कैलाश पर्वत आनंद भयो रे
पारवती के गजानन भयो रे।
नान्दीेये पे हो के सवार,
भोलाजी चले दुल्हा बनके,
शिव रूद्राष्टकम :
हे शिव भोले भंडारी,
मैं आया शरण तिहारी,
आज कैलाश पर्वत आनंद भयो रे
पारवती के गजानन भयो रे।