म्हारा सतगुरु दीनी रे बताय ,
दलाली हीरा लालन की।
Tag: Kabir
बजरंग बालाजी अंजनी लाला जी,
तेरा सिंदूरी तन मन भाये,
तन धर सुखिया कोए ना देखा,जो देखा सो दुखिया जी
मनवा लाग्या मेरा राम फकीरी मेँ।
म्हारा सतगुरु दीनी रे बताय ,
दलाली हीरा लालन की।
बजरंग बालाजी अंजनी लाला जी,
तेरा सिंदूरी तन मन भाये,
तन धर सुखिया कोए ना देखा,जो देखा सो दुखिया जी
मनवा लाग्या मेरा राम फकीरी मेँ।