कैसो खेल रच्यो मेरे दाता,
जित देखू उत तू ही तू,
Tag: jag kahta khel nashibo
जग पालनहारी मात मेरी भवतारणी,
रसिया का वेष बनाया , श्याम होली खेलने आया
ये सारे खेल तुम्हारे है,जग कहता खेल नसीबों का,
तोड़ चलेगा जग से नाता, सदा सदा सो जायेगा
कैसो खेल रच्यो मेरे दाता,
जित देखू उत तू ही तू,
जग पालनहारी मात मेरी भवतारणी,
रसिया का वेष बनाया , श्याम होली खेलने आया
ये सारे खेल तुम्हारे है,जग कहता खेल नसीबों का,
तोड़ चलेगा जग से नाता, सदा सदा सो जायेगा