दीवाना भक्तों का बन बैठा गोपाल। राधिका रोके ना जाना है फिलहाल।
जनम जनम के बंधन काट्टू, आवागमन तक छुड़वा दूं। जो करता परेशान भगत को नाम निशान ही मिटवा दूं।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 भक्तों के लिए जान लुटा दूं, कर दूं मालामाल।दीवाना भक्तों का बन बैठा गोपाल। राधिका रोके ना जाना है फिलहाल।
भगत जान ते प्यारे लागे और नहीं कुछ प्यारा रे। नरसी भगत के हाथ बिका तेरा राधे नंद दुलारा रे।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 नरसिंह बनकर आप संभालया, कंस जैसा का काल।दीवाना भक्तों का बन बैठा गोपाल। राधिका रोके ना जाना है फिलहाल।
झूठे बेर भीलनी के खाए, बनके जय श्री राम मैंने। मैं भी भजन भगत का करता और नहीं कुछ काम मने।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 याद करें सुबह शाम मने, मैं हरदम रखता ख्याल। दीवाना भक्तों का बन बैठा गोपाल। राधिका रोके ना जाना है फिलहाल।
गीता में दो वचन कहे से, उन ते कोन्या कदी फिरूं। प्रेम प्रीत की रीत निराली, भक्तों का सम्मान करू।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺समझ लो भक्तों तुम भी थोड़ा,कर दूं तुम्हे निहाल।दीवाना भक्तों का बन बैठा गोपाल। राधिका रोके ना जाना है फिलहाल।