म्हारी दादी जगत सेठाणी,
म्हारो मौज करे परिवार,
Tag: dadi tharo rup man bhayo
जब तक हो दादी जीवन मेरा,
छूटे कभी ना ये आंगन तेरा।
दादी को नाम,
काम तेरो बण जासी,
दादी दादी बोल दादी सुन लेसी,सुन लेसी मां सुन लेसी।
कान्हा तेरे रूप का तो दिया सा जले।दिया सा जले।गोवर्धन मैदान घाटी पहाड़ के तले।
जय हो जय हो तुम्हारी जी बजरंग बली
लेके शिव रूप आना गजब हो गया
जब जब देखु दादी तुमको आता है ये ख्याल क्यों,
थारो सुंदर रूप सलोना, तेरी देख छबि दिल भरे ना,
नौ नौ रूप मैया जी के,
बड़े प्यार लागे।
मंगल पाठ दादी का जो रोज करोगे,
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