कानूड़ो नचावे थोड़ी नाच ले।
पगल्यां में थोड़ी पायल पहर ले ,
कानूड़ो नचावे थोड़ी नाच ले ।
नाच ले रे राधा नाच ले रे ,
पगल्यां में , रे पगल्यां में ,
पगल्यां में थोड़ी पायल पहर ले ,
कानूडो नचावे थोड़ी नाच ले रे ।।
घेर घुमाळो पहर गागरो ,
ठोकर सूं ठुकरावे।
हाथां माँहि हरि – हरि चूड़ियाँ ,
नैणा सूं भरमावे ।।
पगल्यां में थोड़ी पायल पहर ले ,
कानूडो नचावे थोड़ी नाच ले रे ।।
माथे पर बेवड़लो गूजरी ,
चाल चले मतवाली ।
कदम की डाल पे बैठो कन्हैयो ,
फोड़े मटक्यां सारी ॥
पगल्यां में थोड़ी पायल पहर ले ,
कानूडो नचावे थोड़ी नाच ले रे ।।
साथ में है सखियाँ सारी ,
जळ जमना ने जावे ।
नखराळो ओ कँवर कन्हैयो ,
लारे – लारे आवे ।।
पगल्यां में थोड़ी पायल पहर ले ,
कानूडो नचावे थोड़ी नाच ले रे ।।
वृन्दावन की कुंज गलिन में ,
कान्हो रास रचावे ।
गोपियों संग राधा घर सू ,
दौड़ी – दौड़ी आवे ।।
पगल्यां में थोड़ी पायल पहर ले ,
कानूडो नचावे थोड़ी नाच ले रे ।।
सांवरी सूरत मोहनी मूरत ,
मुरली मधुर बजावे ।
चन्द्रसखि भज बाल की शोभा ,
हरख निरख गुण गावे ।।
पगल्यां में थोड़ी पायल पहर ले ,
कानूडो नचावे थोड़ी नाच ले रे ।।
पगल्या में , रे पगल्यां में ,
पगल्यां में राधा पायल पहर ली ,
कानूड़े नचाई राधा नाच ली ।