उठवा दे नंद के लाल गगरिया पानी की।
Tag: Apno gaw rakho nandrani
सबसे सुंदर है बरसाना बिरज में राधा रानी को।
मुरलीधरा मनमोहना, हे नंद नंदना श्री राधेमाधवा।
पीले फूलों की बगिया सुहानी, मेरी बगिया में आओ राधारानी।
तूं मान कही नंदलाल नही,थाने में रपट लिखाय दूंगी।
मिशरी से मिठो नाम,
हमारी राधा रानी को,
मन बस गयो नन्द किशोर,
अब जाना नहीं कही और,
मेरो नंद गांव ससुराल,अब डर काहे को।
जमुना किनारे मेरो गाँव,
साँवरे आ जइयो, आ जइयो,
अरे ओरे छोरा नंद जी का
फागुन में फाग खिला जा रे ।
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