बिगड़ी बनाने वाली,
कष्ट मिटाने वाली,
दुनिया में जगदंबे माँ,
Tag: Ambe kaha jaay jagdambe kaha jaay
हे शिव शंभू करुणा सिंधु जग के पालनहार
तेरे सिवा कौन बाबा जग में हमारा है,
तू ही तो है मालिक मेरा, तू ही तो सहारा है,
हँस हँस मीठो जग में बोलणो रे,
हंसला फेर मिलाला नाय।
डम डम डमरू बजाए मेरा जोगी,
मेरे शीष के दानी का,
सारे जग में डंका बाजे।।
जग पालनहारी मात मेरी भवतारणी,
तु जगजननी महारानी, मेरी कालका मात भवानी।
अम्बे कहा जाये जगदम्बे कहा जाये,
मैं बन गई दासी जगदंबे शेरावालीये
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