जगदम्बे मेहरोंवाली, भवानी शेरोंवाली,
आई हूं, आई हूं, आई हूं तेरे द्वार,
Tag: Jhula jhulan aayi ho jagdambe bhawani
कान्हा रे बागा में झूला घाल्या रे,
मैं बन गई दासी जगदंबे शेरावालीये
भवानी उतरी बाग़ में रे।
आज तो बधाई बाजे, मां के भवन में।
शेरो वाली मैया से मेरा प्यार पुराना से
चला चला रे ड्राइवर गाड़ी होले होले। मैया के भवन को मारो मन डोले।
जरा ढोली ढोल बजाना,मेरी खुशी का नहीं ठिकाना
झूला झूलन आई हो,जगदम्बा भवानी।
कोई कहे जगदंबे, कोई कहे ज्वाला।
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