बज गए ढोल नगाड़े,होय क्या बात हो गई।
Tag: Majisa ghumar ghalo to rano dhol bajawe
हे मात मेरी, अब दे दो दर्शन करना ना देरी
अम्बे कहा जाये जगदम्बे कहा जाये,
मैं बन गई दासी जगदंबे शेरावालीये
भवानी उतरी बाग़ में रे।
लांगुरिया तेरी एक न मानूंगी भवन में छम छम नाचूंगी।
माजीसा घूमर गालो तो राणो ढोल बजावे