श्याम कृपा से जीवन ये,
सुहाना होता है,
Tag: Aisi bansi bajayi shyam ne
बैकुंठ में रहकर गिरधारी,मुरली का बजाना भूल गए
श्याम ऐसी बजाई मुरलिया
मेरी यमुना बह गई गागरीया।
श्याम बंसी ना बुल्लां उत्ते रख अड़ेया ।
कैसी बजाई बांसुरिया रे मोहन कैसी बजाई बांसुरिया।
म्हारे मन में बस गई रे सुरतिया श्याम तेरी,
श्याम का नाम मुझे मस्त बना देता है,
तेरा भक्त करे तने याद श्याम,तने आनो पडसी रे
नाता तुम श्याम से जोड़ो,
मुश्किलों को पल में हर लेगा,
श्याम से मिलकर आयेंगे,चलो खाटू नगरिया
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