बन गए नन्दलाल लिलिहारि, के लीला गुदवा लो प्यारी
Tag: Aao shyam ji kanhaiya nandlal ji
तू ही कन्हैया तू ही लखदातार है,
द्वारका में रखा सुदामा ने पहला कदम
म्हारे मन में बस गई रे सुरतिया श्याम तेरी,
जब लाल तुम्हारा हूँ,
तो और कहाँ जाऊंगा,
दही खालो मटकिया ने फोड़ो,
मैंने बुलायो नहीं आयो कनवा।
हाथों लाल लाल चूड़ा मैया चमके, मैया आई है शेर पर चढ़के।
श्याम का नाम मुझे मस्त बना देता है,
छू के मां के चरण श्याम बोले, मैया मेरी भी शादी करा दे
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