Categories
श्याम भजन लिरिक्स

Mere man me bas gayo shyam lala,मेरे मन में बस गयो श्याम लला,भाये कैसे कोई अब और भला,shyam bhajan

मेरे मन में बस गयो श्याम लला,
भाये कैसे कोई अब और भला।।

मेरे मन में बस गयो श्याम लला,
भाये कैसे कोई अब और भला।।


चाहे ज़माना अब कुछ भी कहे रे,
मैं श्याम की श्याम मेरे भये रे,
मेरी अखियन में बस गयो श्याम लला,
भाये कैसे कोई अब और भला।।

मेरे मन में बस गयो श्याम लला,
भाये कैसे कोई अब और भला।।


जबसे लड़े श्याम सूंदर से नैना,
तब से कही बेरी जिया लगे ना,
कालो जादू सो कर गयो श्याम लला,
भाये कैसे कोई अब और भला।।

मेरे मन में बस गयो श्याम लला,
भाये कैसे कोई अब और भला।।

सांवरी सुरतियाँ ने पागल कियो री,
मुरली निगोड़ी ने घायल कियो री,
अपने रंग में ही रंग गयो श्याम लला,
भाये कैसे कोई अब और भला।।

मेरे मन में बस गयो श्याम लला,
भाये कैसे कोई अब और भला।।

Leave a comment