बम लहरी बम लहरी, तुझ पे नजर मेरी जा ठहरी।
Tag: Ab tirchi najar mere hari ki
तूं बणया दूज का चांद बाबा नजर कदै ना लागे।
तेरे रूप के सिवा ना कुछ आये नज़र,
नजरिया मत मारे, मर जाऊंगी रे।
हम पर भी एक नजर हो,
शंकर मशान वाले,
चलावे तीर नज़र दे, जिगर तो पार हो जावे,
देखा अजब नजारा दरबार मैं कन्हैया,
अब तिरछी नजर मेरे हरि की।