जब जब देखु दादी तुमको आता है ये ख्याल क्यों,
Tag: Dadi ji mhare ghara padhari
नख पर धारि लियो गिरिराज,
नाम गिरधारी पायो है।
जब कोई ना हो अपना,बस दादी दादी जपना
पधारो शबरी के मेहमान।
दादी झुंझनू बुलाए मेरा मन हरसाएं, मां सबपर प्यार लुटाए,संदेशा आया है
हारे का सहारा है,
हमें प्राणों से प्यारा है,
दादी मंगलम दादी नाम मंगलम
मंगल पाठ दादी का जो रोज करोगे,
कलयुग बन ठन के आ गे, धर्म धरती में समा गे।
मैया जी मैं तो आया थारे द्वार जी,
टाबरियां कानी मुलको तो सही।
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