Categories
निर्गुण भजन nirgun Bhajan

Kalyug ban than ke aage,dharam dharti,कलयुग बन ठन के आ गे, धर्म धरती में समा गे,nirgun bhajan

कलयुग बन ठन के आ गे, धर्म धरती में समा गे।

कलयुग बन ठन के आ गे, धर्म धरती में समा गे।

भाण बहनोई ने कोई ना पूछे।२।साली पा राखी बंधा गे।धर्म धरती में समा गे।🌺🌺🌺🌺🌺कलयुग बन ठन के आ गे, धर्म धरती में समा गे।

देवी देवता ने कोई ना पूजे।२।खिड़की पे लाइन लगा गै।धर्म धरती में समा गे।🌺🌺🌺🌺🌺कलयुग बन ठन के आ गे, धर्म धरती में समा गे।

पंडित बुलाए और कथा करा ली।२। बिन दक्षिणा दिए घर भागे,धर्म धरती में समा गे।🌺🌺🌺कलयुग बन ठन के आ गे, धर्म धरती में समा गै।

बेबस धरम गहरी निद्रा में सोया।२।जल्दी तो पाप बैरी जागे,धर्म धरती में समा गे।🌺🌺🌺कलयुग बन ठन के आ गे, धर्म धरती में समा गे।

कलयुग बन ठन के आ गे, धर्म धरती में समा गे।

Leave a comment