कलयुग बन ठन के आ गे, धर्म धरती में समा गे।
भाण बहनोई ने कोई ना पूछे।२।साली पा राखी बंधा गे।धर्म धरती में समा गे।🌺🌺🌺🌺🌺कलयुग बन ठन के आ गे, धर्म धरती में समा गे।
देवी देवता ने कोई ना पूजे।२।खिड़की पे लाइन लगा गै।धर्म धरती में समा गे।🌺🌺🌺🌺🌺कलयुग बन ठन के आ गे, धर्म धरती में समा गे।
पंडित बुलाए और कथा करा ली।२। बिन दक्षिणा दिए घर भागे,धर्म धरती में समा गे।🌺🌺🌺कलयुग बन ठन के आ गे, धर्म धरती में समा गै।
बेबस धरम गहरी निद्रा में सोया।२।जल्दी तो पाप बैरी जागे,धर्म धरती में समा गे।🌺🌺🌺कलयुग बन ठन के आ गे, धर्म धरती में समा गे।
कलयुग बन ठन के आ गे, धर्म धरती में समा गे।