तर्ज,यह विनती है पल पल छीन छीन
सब ग्वाल चिपट गए माखन में,मेरी धूल झोंक गयो आंखन में।
मैया ये तेरा छोरा री, यो तो एसो ढीठ ढीटोरा री।एसो ढीठ ना देखो लाखन में।मेरी धूल झोंक गयो आंखन में।
सब ग्वाल चिपट गए माखन में,मेरी धूल झोंक गयो आंखन में।
कभी इत जावे कभी उत जावे।मारग में ठाडो इतरावे।जबरन गगरी की चाखन में।मेरी धूल झोंक गयो आंखन में।
सब ग्वाल चिपट गए माखन में,मेरी धूल झोंक गयो आंखन में।
मेरे आगे पीछे डोले री। जबरन मेरो घूंघट खोले री।उसे आई कहबे चाखण में।मेरी धूल झोंक गयो आंखन मे।
सब ग्वाल चिपट गए माखन में,मेरी धूल झोंक गयो आंखन में।
आके लोक ना लाज नहीं मैया।प्रेमी नटखट तेरो मैया।दम किन्हो सबकी नाकन में।मेरी धूल झोंक गयो आंखन में।
सब ग्वाल चिपट गए माखन में,मेरी धूल झोंक गयो आंखन में।
याने कैसे छींको तोड़ दियो।माखन को मल्ला फोड़ दियो।एसो चोर न देखो लाखन में।मेरी धूल झोंक गयो आंखन में।
सब ग्वाल चिपट गए माखन में,मेरी धूल झोंक गयो आंखन में।