तर्ज,लगाए तू लिपिस्टिक
माखन की लेकर मटकिया, कित जावे पतली डगरिया,में तेरा रस्ता रोकूंगा।गुजरिया पीला दे मीठी छाछ,नही तो मटकी फोडूंगा।
कई दिनों से बाट निहारूं,तेरी तो बृजबाला। आज पीए बाई नहीं हटेगा, छाछ तेरा यह ग्वाला। अब दे दे मुझे गगरिया, तू नापले अपनी डगरिया। 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺वरना पंगा कर दूंगा।हो वरना पंगा कर दूंगा।गुजरिया पीला दे मीठी छाछ,नही तो मटकी फोडूंगा।
माखन की लेकर मटकिया, कित जावे पतली डगरिया,में तेरा रस्ता रोकूंगा।गुजरिया पीला दे मीठी छाछ,नही तो मटकी फोडूंगा।
थोड़ी सी तूं मिसरी डाल दे,ऊपर से डाल मलाई।ज्यादा और मजा देती है,हाथों की तेरी मिलाई। गर तूने राधा नाटी,सौतन भी यशोदा बांटी,तेरी बैयां मरोड़ूंगा। हां तेरी बैयां मरोड़ूंगा।🌺🌺🌺गुजरिया पीला दे मीठी छाछ,नही तो मटकी फोडूंगा।
माखन की लेकर मटकिया, कित जावे पतली डगरिया,में तेरा रस्ता रोकूंगा।गुजरिया पीला दे मीठी छाछ,नही तो मटकी फोडूंगा।
सीधे सीधे आप पिलाई दे,या फिर करूं जबरिया। छाछ पिए बिन रह नही सकता,तेरा ये श्याम सांवरिया।ये गुर भी हमें पता है।🌺🌺🌺तूं अब शर्माती काहे। मैं कुछ ना और मांगूंगा।गुजरिया पीला दे मीठी छाछ,नही तो मटकी फोडूंगा।
माखन की लेकर मटकिया, कित जावे पतली डगरिया,में तेरा रस्ता रोकूंगा।गुजरिया पीला दे मीठी छाछ,नही तो मटकी फोडूंगा।