चोरी माखन की करे है दिन-रात जसोदा मैया तेरो लाला।
जब मैं जाऊं पनिया भरन को यह घर में घुस जावे। माखन खावे मटकी फोड़े खूब ही उदम मचावे। यह तो धोखे से करे हैं बड़ों घात,जसोदा मैया तेरो लाला।
चोरी माखन की करे है दिन-रात जसोदा मैया तेरो लाला।
सब ग्वालों को रखे साथ में चले बनाकर टोली। गर ग्वालन कोई मिले अकेली, करता खूब चिकोली। यह तो माने ना कोई बात, जसोदा मैया तेरो लाला
चोरी माखन की करे है दिन-रात जसोदा मैया तेरो लाला।
एक दिना जब कुंज गलिन में बईया मेरी झटकी। मेरे सिर पर भरी हुई थी दही माखन की मटकी। जाकर कृष्णा पूछे हैं मेरी जात,जसोदा मैया तेरो लाला
चोरी माखन की करे है दिन-रात जसोदा मैया तेरो लाला।