काया मल मल धोई, काया को दुनिया रोई।
Tag: Bigdi banane wali kasht mitane wali duniya me jagdambe ma
दुनिया पैसों की पुजारी,
पूजा करते नर और नारी,
मैं ढूंढ चूका जग सारा,
पता ना कहीं तेरा मिला,
म्हारी जगदंबे ने घणा घणा ओलमा सा।
मेरी बिगड़ी बना दे हो ओ भोले भंडारी
तुम राम कहो या श्याम कहो दोनों ही जग में सुंदर है।
नदी किनारे नारियल है रे भाई,
नारियल है रे,
थाने सिमरा मैं बारमबार,
जगदम्बा म्हारी अरज सुनो,
कर्मा रा लिखिया आंकड़ा ,
जाने कोई मिटा नहीं पावे।
बिगड़ी को बनाने वाला है। हारे को जिताने वाला है।
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